महास्वराज पार्टी का बड़ा कदम — पूरे देश में सदस्यता अभियान की शुरुआत
महास्वराज पार्टी ने आज आधिकारिक रूप से अपने राष्ट्रीय स्तर के “महास्वराज सदस्यता अभियान” की शुरुआत की। इस अभियान का उद्देश्य गांव, कस्बे और शहरों में रहने वाले हर नागरिक को राजनीति में सक्रिय भागीदारी का अवसर देना और जनआवाज़ को सीधे पार्टी की नीति-निर्माण प्रक्रिया से जोड़ना है।
पार्टी ने इसके लिए एक आसान ऑनलाइन पंजीकरण फॉर्म जारी किया है, जिसके माध्यम से नागरिक बिना किसी शुल्क के सदस्य बन सकते हैं।
सदस्यता फॉर्म लिंक: https://forms.gle/vBTgjGcNjrQmdxi57
अभियान क्यों महत्वपूर्ण है?
✔ जनभागीदारी को बढ़ावा
सदस्यता अभियान हर आयु वर्ग, हर वर्ग और हर क्षेत्र के नागरिकों को राजनीति में अपनी भूमिका निभाने का अवसर देता है।
✔ जमीनी स्तर पर संगठन मजबूत
पार्टी का लक्ष्य है कि बूथ-स्तर तक संगठन को मजबूत किया जाए, ताकि स्थानीय समस्याओं का समाधान उसी स्तर पर हो सके।
✔ जनता के मुद्दों को प्राथमिकता
सदस्यता लेने वाले नागरिकों से यह भी पूछा जा रहा है कि उनके क्षेत्र के शीर्ष तीन महत्वपूर्ण मुद्दे कौन-से हैं। इससे पार्टी को वास्तविक जनसमस्याओं को समझने और नीतियों को उसी अनुसार तैयार करने में मदद मिलेगी।
✔ पारदर्शी और सरल प्रक्रिया
संपूर्ण पंजीकरण प्रक्रिया ऑनलाइन और निःशुल्क है, जिससे कोई भी नागरिक आसानी से जुड़ सकता है।
पार्टी नेतृत्व का बयान
महास्वराज पार्टी के वरिष्ठ प्रतिनिधि ने कहा:
“हमारी राजनीति जनता के लिए और जनता के साथ है। महास्वराज सदस्यता अभियान का उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को ईमानदार और जनहितकारी राजनीति से जोड़ना है। हम हर उस नागरिक को आमंत्रित करते हैं जो देश में सकारात्मक बदलाव लाना चाहता है।”
सदस्य कैसे बनें?
- लिंक खोलें: https://forms.gle/vBTgjGcNjrQmdxi57
- अपना नाम, मोबाइल, क्षेत्र और इच्छित भूमिका भरें (जैसे—सक्रिय सदस्य, बूथ-कार्यकर्ता, जिला टीम सदस्य, स्वयंसेवक आदि)
- अपने क्षेत्र के तीन प्रमुख मुद्दे लिखें
- फॉर्म सबमिट करें
- पार्टी की टीम 48–72 घंटे के भीतर आपसे संपर्क करेगी
अगले कदम
महास्वराज पार्टी आने वाले दिनों में—
- जिला-स्तरीय स्वागत कार्यक्रम,
- स्वयंसेवक प्रशिक्षण शिविर,
- और स्थानीय जनसंपर्क अभियान
आयोजित करेगी, ताकि नए सदस्यों को संगठन में सक्रिय रूप से शामिल किया जा सके।
पार्टी का लक्ष्य है कि हर बूथ तक एक मजबूत टीम पहुंचाई जाए और राजनीति को वास्तव में जन-सहभागिता का माध्यम बनाया जाए।