महास्वराज पार्टी ने बिहार चुनाव 2025 में 100 सीटों पर उतरने की तैयारी की, आशीष सिंह के नेतृत्व में बेरोजगारी होगा प्रमुख मुद्दा

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों में जुटी महास्वराज पार्टी ने राज्य की सभी 243 सीटों में से 100 चुनावी क्षेत्रों पर अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री आशीष सिंह ने घोषणा की कि इस चुनाव में युवाओं की बेरोजगारी प्रमुख मुद्दा होगा। बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ लाने को तैयार महास्वराज पार्टी ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर बड़ा ऐलान किया है। पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री आशीष सिंह ने स्पष्ट किया है कि उनकी पार्टी इस चुनाव में 100 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी और इन सभी क्षेत्रों में युवाओं की बेरोजगारी को प्रमुख मुद्दा बनाया जाएगा। इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत पार्टी ने उन चुनावी क्षेत्रों को प्राथमिकता दी है जहाँ पिछले कुछ वर्षों में बेरोजगारी की दर सबसे अधिक रही है और जहाँ युवा मतदाताओं की संख्या अधिक है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि उनकी टीम ने पहले ही इन क्षेत्रों का गहन अध्ययन शुरू कर दिया है और जल्द ही उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी की जाएगी।

प्रमुख बातें:

✔ रणनीतिक चुनावी लक्ष्य: पार्टी ने बिहार के उन 100 विधानसभा क्षेत्रों को चिन्हित किया है जहाँ युवा मतदाताओं और बेरोजगारी की समस्या सबसे अधिक गंभीर है।
✔ युवा उम्मीदवारों को प्राथमिकता: महास्वराज पार्टी इन सीटों पर युवा और नए चेहरों को टिकट देने पर विचार कर रही है।
✔ जनआंदोलन की तैयारी: आशीष सिंह ने कहा कि पार्टी “बेरोजगारी हटाओ, बिहार बचाओ” अभियान चलाएगी और सरकारी भर्तियों में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाएगी।
✔ रोजगार गारंटी का वादा: पार्टी के घोषणापत्र में युवाओं के लिए 10 लाख नौकरियां, कौशल विकास कार्यक्रम और सरकारी भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता शामिल होगी।

श्री आशीष सिंह ने इस अवसर पर कहा, “हमारी पार्टी का मुख्य एजेंडा बिहार के युवाओं को रोजगार दिलाना है। हमने ‘रोजगार गारंटी, भ्रष्टाचार मुक्त बिहार’ का नारा दिया है। हमारा लक्ष्य है कि अगले पांच वर्षों में राज्य के 10 लाख युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएं।” उन्होंने आगे कहा कि पार्टी का मानना है कि वर्तमान सरकार युवाओं के मुद्दों को गंभीरता से नहीं ले रही है।

पार्टी की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि चुने गए 100 क्षेत्रों में से अधिकांश ऐसे हैं जहाँ पलायन की दर सबसे अधिक है और जहाँ के युवा रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों में जाने को मजबूर हैं। पार्टी के प्रवक्ता ने बताया कि उनके उम्मीदवारों का चयन एक पारदर्शी प्रक्रिया के तहत किया जाएगा और इनमें से अधिकांश युवा वर्ग के होंगे।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि महास्वराज पार्टी अपनी इस रणनीति को सही ढंग से क्रियान्वित कर पाती है तो वह बिहार की राजनीति में एक नया समीकरण बना सकती है। हालांकि, उनका यह भी कहना है कि बिहार की जटिल जातिगत राजनीति और स्थापित दलों के बीच नई पार्टी के लिए जगह बनाना आसान नहीं होगा।

पार्टी ने अगले महीने से राज्यव्यापी जनसंपर्क अभियान शुरू करने की योजना बनाई है जिसमें प्रत्येक चयनित क्षेत्र में युवा सम्मेलनों और रोजगार मेलों का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही पार्टी ने एक विशेष मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च करने की भी योजना बनाई है जिसके माध्यम से युवा सीधे पार्टी से जुड़ सकेंगे और अपनी समस्याओं को साझा कर सकेंगे।