महास्वराज पार्टी ने पेश की बिहार के लिए विशेष नीति: विशेष राज्य का दर्जा और युवाओं के लिए रोज़गार को बनाया मुख्य एजेंडा

पटना – राष्ट्रीय महास्वराज भूमि पार्टी ने घोषणा की है कि आगामी विधानसभा चुनावों में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाना पार्टी का मुख्य चुनावी मुद्दा होगा। पार्टी का मानना है कि बिहार की सामाजिक, भौगोलिक और आर्थिक परिस्थितियाँ विशेष दर्जे की पूर्ण पात्रता रखती हैं।

पार्टी के अनुसार, विशेष राज्य का दर्जा मिलने से:

  • बिहार को अधिक केंद्रीय वित्तीय सहायता प्राप्त होगी

  • उद्योगों के विकास में तेजी आएगी

  • और बुनियादी ढांचे में व्यापक सुधार संभव हो पाएगा

राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शाहिद सिद्दीकी ने स्पष्ट किया:

“अब समय आ गया है कि बिहार को उसका हक़ मिले, और हम इसे सुनिश्चित करने के लिए हर मंच पर आवाज़ उठाएंगे।”


युवाओं के लिए रोजगार के नए विकल्प

पार्टी ने यह भी स्पष्ट किया कि बिहार की सबसे बड़ी चुनौती – बेरोजगारी – पर सीधा और मजबूत कदम उठाया जाएगा। इसके लिए पार्टी द्वारा प्रस्तावित योजनाएं निम्नलिखित हैं:

  • राज्य स्तरीय स्किल डेवलपमेंट हब की स्थापना

  • स्टार्टअप्स और स्वरोजगार के लिए सब्सिडी और ट्रेनिंग

  • स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार

  • निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों में रोजगार अवसरों का विस्तार


कृषि और श्रमिक नीति

पार्टी किसानों और श्रमिकों को आर्थिक सुरक्षा देने के पक्ष में है। प्रस्तावित उपायों में शामिल हैं:

  • न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी

  • सिंचाई और भंडारण की आधुनिक सुविधाएं

  • सामाजिक सुरक्षा और उचित वेतन की व्यवस्था


शिक्षा, स्वास्थ्य और आधारभूत सुविधाओं पर फोकस

हर जिले और पंचायत तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, बिजली, पानी, और इंटरनेट पहुँचाना पार्टी की प्राथमिकता में शामिल है। इसके लिए विशेष बजट और जनसहभागिता मॉडल को लागू किया जाएगा।


भ्रष्टाचार मुक्त शासन की प्रतिबद्धता

राष्ट्रीय महास्वराज भूमि पार्टी ने ‘ज़ीरो टॉलरेंस फॉर करप्शन’ की नीति घोषित की है।

  • प्रशासनिक पारदर्शिता,

  • जवाबदेही,

  • और डिजिटल निगरानी तंत्र को मजबूत किया जाएगा।


बिहार के विकास की नई राह

राष्ट्रीय महास्वराज भूमि पार्टी की यह नीति केवल वादों तक सीमित नहीं, बल्कि जमीनी हकीकत और जनता की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है। पार्टी का उद्देश्य है एक आत्मनिर्भर, युवा-सशक्त, और न्यायपूर्ण बिहार का निर्माण।