आगामी BMC Election 2026 को लेकर मुंबई के वार्ड 160 में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। वार्ड के विभिन्न रिहायशी इलाकों, सामाजिक संगठनों और स्थानीय नागरिकों ने माननीय राष्ट्रीय सचिव स्वालेहा सिद्दीकी जी से नगरसेविका पद का चुनाव लड़ने के लिए औपचारिक रूप से आग्रह किया है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि वार्ड 160 लंबे समय से बुनियादी समस्याओं से जूझ रहा है। खराब सड़कें, अनियमित जल आपूर्ति, गंदगी, नालियों की बदहाल स्थिति, महिला सुरक्षा और प्रशासनिक लापरवाही जैसे मुद्दों पर अब तक ठोस समाधान नहीं हो पाया है। ऐसे में जनता एक ऐसे नेतृत्व की तलाश में है जो सिर्फ आश्वासन नहीं, बल्कि ज़मीनी स्तर पर काम करने की क्षमता रखता हो।
नागरिकों का मानना है कि माननीय स्वालेहा सिद्दीकी जी का सामाजिक अनुभव, संगठनात्मक भूमिका और जनता से सीधा जुड़ाव वार्ड 160 के लिए एक मज़बूत विकल्प बन सकता है। वार्ड के कई हिस्सों से लोगों ने आगे आकर यह स्पष्ट किया कि वे एक ईमानदार, संवेदनशील और जवाबदेह प्रतिनिधि चाहते हैं, जो उनकी आवाज़ को नगर निगम तक मजबूती से पहुँचा सके।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि वार्ड 160 लंबे समय से बुनियादी समस्याओं से जूझ रहा है।
- खराब और जर्जर सड़कें,
- जल आपूर्ति की अनियमितता,
- साफ-सफाई की गंभीर समस्या,
- नालियों की बदहाल स्थिति,
- महिला सुरक्षा और प्रशासनिक अनदेखी
जैसे मुद्दों पर अब तक ठोस समाधान नहीं हो पाया है। इसी कारण जनता एक ऐसे नेतृत्व की तलाश में है जो केवल चुनावी वादे न करे, बल्कि ज़मीन पर उतरकर काम करे।
‘सूत्रों के अनुसार, यह जनसमर्थन वार्ड 160 के अलग-अलग इलाकों से सामने आ रहा है, जिससे यह संकेत मिलता है कि जनता में बदलाव की इच्छा व्यापक स्तर पर मौजूद है। लोगों का कहना है कि अब समय आ गया है कि वार्ड 160 को ऐसा नेतृत्व मिले जो विकास और पारदर्शिता को प्राथमिकता दे।
इस अवसर पर माननीय राष्ट्रीय सचिव स्वालेहा सिद्दीकी जी ने जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए कहा कि वे इस आग्रह को गंभीरता से ले रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वार्ड 160 की जनता की समस्याओं, अपेक्षाओं और सुझावों पर गहन विचार किया जाएगा तथा पार्टी नेतृत्व से विचार-विमर्श के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा।
राष्ट्रीय महास्वराज भूमि पार्टी का मानना है कि जनता से उठी यह मांग जनभागीदारी और मुद्दों की राजनीति का स्पष्ट संकेत है। पार्टी का दृष्टिकोण साफ है—जनता के भरोसे से ही सशक्त और जवाबदेह नेतृत्व संभव है।